Sabudana Paratha: 5-Min Quick & Guilt Free Recipe

Sabudana Paratha

साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha)

साबूदाना सिर्फ खिचड़ी या पापड़ तक ही सीमित नहीं है – यह एक ऐसा बहुपयोगी सामग्री है जिससे आप बेहद स्वादिष्ट और हल्के पराठे भी बना सकते हैं। जब भूख हो ज़रा हटकर कुछ खाने की, लेकिन दिल करे कुछ हेल्दी और पेट भरने वाला – तब साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) एक बेहतरीन विकल्प बन जाता है।

साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) में भरपूर कार्बोहाइड्रेट होता है, जो शरीर को जल्दी और स्थायी ऊर्जा देता है। साथ में इसमें डले उबले आलू, हरी मिर्च, अदरक और ताजे हरे मसाले, इस पराठे को न केवल स्वादिष्ट बनाते हैं बल्कि हर बाइट में एक घरेलापन और ताज़गी भी घोलते हैं। यह पराठा खास तौर पर तब पसंद किया जाता है जब पेट को हल्का रखना हो, लेकिन स्वाद से समझौता न करना हो।

न तो आटे की ज़रूरत, न ही किसी भारी-भरकम सामग्री की — बस कुछ आसान से घरेलू चीज़ों से बना यह साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha), हर उम्र के लोगों के लिए स्वाद और सेहत का अनोखा मेल है। चाहे नाश्ते में खाएं या हल्के लंच में, यह पराठा हमेशा आपको संतुष्टि देगा — गरम पराठे के साथ अगर दही या मूंगफली की चटनी मिल जाए, तो बात ही कुछ और होती है।

 

साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) के लिए आवश्यक सामग्री:

  • साबूदाना – 1 कप
  • उबले हुए आलू – 1 कप (साबूदाना के बराबर मात्रा)
  • अदरक (कद्दूकस किया हुआ) – ½ चम्मच
  • हरी मिर्च (बारीक कटी) – 1
  • कुटी काली मिर्च – ½ चम्मच
  • जीरा – 1 चम्मच
  • सेंधा नमक – स्वादानुसार
  • हरा धनिया (बारीक कटा) – 1-2 चम्मच
  • पानी – लगभग 1 कप (आटा गूंथने के लिए)
  • कुट्टू, सिंघाड़ा या राजगिरा आटा – बेलने के लिए
  • घी या मूंगफली तेल – पराठे सेंकने के लिए

 

साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) बनाने की विधि:

साबूदाना को 2 मिनट मध्यम आंच पर हल्का भूनें ताकि नमी निकल जाए (रंग न बदले)। फिर उसे ठंडा होने दें। ठंडा हुआ साबूदाना मिक्सर में बारीक पीसकर आटा बना लें। फिर छान लें ताकि मोटे दाने अलग हो जाएं।

उबले हुए आलू को कद्दूकस करें। फिर एक बाउल में साबूदाना का आटा, आलू, अदरक, हरी मिर्च, काली मिर्च, जीरा, सेंधा नमक और हरा धनिया अच्छी तरह मिलाएं। थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए नरम आटा गूंथ लें। आटे को 10-15 मिनट ढककर रखें ताकि साबूदाना थोड़ा फूले।

तैयार आटे से छोटी लोइयां बनाएं। हर लोई को व्रत के आटे (जैसे कुट्टू या सिंघाड़ा) में लपेटकर धीरे-धीरे बेलें। अगर पराठा टूटे तो हाथ से हल्के-हल्के थपथपा कर भी बेल सकते हैं। तवा गरम करें। साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) को दोनों तरफ घी लगाकर सुनहरा भूरा होने तक सेकें। साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) को गरमा-गरम तवे से उतारें और उसे हरी चटनी के साथ परोसें। चाहें तो थोड़ा दही या मखाने की खीर भी साथ में परोसी जा सकती है।

 

निष्कर्ष:

अगर आप कुछ हेल्दी, हल्का और ग्लूटन-फ्री खाना चाहते हैं जो स्वाद में भी कमाल हो, तो साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) ज़रूर आज़माएं। यह रेसिपी सिर्फ व्रत के लिए नहीं, बल्कि रोज़ाना के नाश्ते या हल्के लंच के लिए भी एक बेहतरीन विकल्प है। घर की आम सामग्री से तैयार होने वाला यह पराठा, स्वाद, सेहत और ऊर्जा – तीनों का बेहतरीन मेल है। चाहे दही के साथ खाएं या मूंगफली की चटनी के साथ, साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) हर बार मन को तृप्त करता है। अगर आपने अब तक इसे नहीं आज़माया है, तो अगली बार कुछ अलग और पौष्टिक खाने का मन हो, तो यह पराठा ज़रूर बनाएं।

 

साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) बनाने के जरूरी टिप्स:

  • साबूदाना हल्का भूनने से नमी निकल जाती है और आटा बनाते समय वह चिपकता नहीं है।
  • साबूदाना पीसते समय ध्यान रखें कि वह बारीक पिसा हो – वरना बेलते समय फटेगा।
  • उबले आलू अच्छे से मैश करें – कोई भी गांठ ना रहे, वरना बेलने में दिक्कत आएगी।
  • आटा नरम हो लेकिन बहुत गीला न हो, नहीं तो बेलते समय चिपकेगा।
  • बेलते समय कुट्टू या सिंघाड़े के आटे को अच्छी मात्रा में इस्तेमाल करें ताकि पराठा न फटे।
  • साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) को धीमी से मध्यम आंच पर सेंके ताकि वह अंदर तक अच्छे से पक जाए।
  • चाहें तो मिश्रण में मूंगफली का चूरा भी मिला सकते हैं, स्वाद और क्रंच बढ़ेगा।
  • साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) बनाने के लिए हम यहां पर कुट्टू या सिंघाड़े का आटा इस्तेमाल कर रहे हैं इसलिए आप इस पराठे को व्रत में भी खा सकते हैं

 

साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल -FAQs:

Q1. क्या साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) पहले से बनाकर रखा जा सकता है?
नहीं, इसे ताजा बनाकर गर्मागर्म ही खाना सबसे अच्छा होता है। पहले से बनाकर रखने पर यह नरम और चिपचिपा हो सकता है।

Q2. अगर साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) बेलते समय टूट जाए तो क्या करें?
हाथ से थपथपाकर बेलें या पराठे के किनारों को हल्के पानी से जोड़कर दोबारा बेल लें। बेलने के लिए ज्यादा आटा लगाएं।

Q3. व्रत के अलावा क्या साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) सामान्य दिनों में भी खा सकते हैं?
हाँ, यह एक हेल्दी और ग्लूटन-फ्री विकल्प है जो किसी भी दिन नाश्ते या हल्के खाने के रूप में खाया जा सकता है।

Q4. साबूदाना भिगोकर भी साबूदाना पराठा (Sabudana Paratha) बन सकता है?
हाँ, पर यह विधि सूखे साबूदाना को भूनकर आटा बनाने वाली है, जो व्रत में ज्यादा हल्की और पचने में आसान होती है।

Q5. इसमें कौन-कौन से मसाले व्रत में नहीं डालने चाहिए?
व्रत में सामान्य नमक, हल्दी और लाल मिर्च का प्रयोग न करें। केवल सेंधा नमक और काली मिर्च का प्रयोग करें।

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