Idli: 7 Perfect Restaurant-Style Softness Tricks

Idli

घर पर बनाएं रेस्टोरेंट जैसी मुलायम इडली (Idli)

सुबह की भागदौड़ हो या हल्का, हेल्दी डिनर ढूंढ रहे हों—एक चीज़ है जो हर बार मन को सुकून देती है: गरमा-गरम, नरम और फूली हुई इडली (Idli)। ये न सिर्फ़ खाने में हल्की होती हैं, बल्कि पेट को सुकून देने वाली भी होती हैं। मगर अकसर लोगों को शिकायत होती है कि घर पर बनाई गई इडली (Idli) उतनी मुलायम नहीं बनती, जितनी बाहर रेस्टोरेंट में मिलती है।

अगर आप भी हर बार बाजार जैसी इडली बनाने की कोशिश में असफल रहे हैं, तो अब आपकी तलाश खत्म होती है। इस रेसिपी में हम न केवल पारंपरिक तरीके से इडली (Idli) बनाने की विधि बता रहे हैं, बल्कि वो छोटे-छोटे सीक्रेट्स भी साझा कर रहे हैं जो आपकी इडली को fluffy, soft और perfect बनाएंगे—बिना किसी सोडा या ईनो के।

यह रेसिपी उन लोगों के लिए है—जो पहली बार इडली बना रहे हों या पहले से बना चुके हों लेकिन अभी भी रेस्टोरेंट जैसा texture नहीं मिल रहा। खास बात ये है कि इसमें न तो ज़्यादा तामझाम है और न ही कोई एक्सपर्ट स्किल की ज़रूरत। बस कुछ घरेलू सामग्रियां, थोड़ा धैर्य और सही खमीर (किण्वन) उठाने का ज्ञान—और फिर देखिए कैसे हर बार परफेक्ट इडली (Idli) आपकी प्लेट में होती है।

तो चलिए, आज सीखते हैं घर पर ही नर्म, फूली हुई और हर बार successful बनने वाली इडली (Idli) बनाने की पूरी विधि—वो भी step-by-step.

 

इडली (Idli) बनाने के लिए सामग्री

  • 2 कप इडली चावल (या उबले चावल)
  • 1 कप साबुत उड़द दाल (विभाजित या पूरी)
  • 1 चम्मच मेथी के बीज
  • नमक स्वादानुसार
  • पानी – आवश्यकतानुसार
  • इडली प्लेटों को चिकना करने के लिए तेल या घी

 

इडली (Idli) बनाने की विधि 

सबसे पहले, चावल और उड़द दाल को अलग-अलग बर्तन में 2-3 बार धो लें ताकि अतिरिक्त स्टार्च निकल जाए। अब इन दोनों को कम से कम 6 घंटे के लिए भिगो दें। उड़द दाल भिगोते समय उसमें मेथी के दाने डाल दें, इससे किण्वन (Fermentation) बेहतर होता है।

भीगने के बाद, सबसे पहले उड़द दाल को थोड़ा पानी डालकर ग्राइंडर में पीस लें। दाल का पेस्ट बहुत ही मुलायम, फूला हुआ और हल्का होना चाहिए। इसे एक बड़े बर्तन में निकाल लें।

अब चावल को हल्का दानेदार पेस्ट आने तक पीसें। इसे भी उसी बर्तन में डालें और अपने हाथों से दोनों को अच्छे से मिलाएँ। हाथों से मिलाने से किण्वन (Fermentation) की प्रक्रिया और बेहतर होती है।

अब इस घोल को ढककर गर्म स्थान पर 8-12 घंटे के लिए रख दें ताकि यह अच्छे से खमीर उठ जाए। ठंडे मौसम में इसे ओवन में लाइट ऑन करके या खिड़की के पास रखा जा सकता है। जब घोल अच्छी तरह फूल जाए और सतह पर बुलबुले दिखें, तब यह उपयोग के लिए तैयार है।

अब घोल में स्वादानुसार नमक मिलाएँ। बहुत ज़ोर से न मिलाएँ ताकि उसका फुलाव कम न हो जाए। अगर घोल ज्यादा गाढ़ा लगे तो थोड़ा पानी मिलाकर इसे बैटर जैसा बनाएं।

इडली प्लेट को तेल या घी से हल्का सा ग्रीस करें। अब घोल को साँचों में ¾ तक भरें। इन्हें इडली कुकर में रखें और मध्यम आंच पर 10-12 मिनट तक भाप में पकाएँ। एक टूथपिक डालकर चेक करें—अगर वह साफ बाहर आ जाए, तो आपकी इडली (Idli) तैयार है। 2-3 मिनट ठंडा होने दें, फिर गीले चम्मच से इडली को निकाल लें और गरमागरम परोसें।

 

नरम और फूली हुई इडली (Idli) के लिए टिप्स 

  • गीले ग्राइंडर से पिसी दाल की बनावट सबसे बढ़िया आती है।
  • घोल को खमीर उठने तक छेड़ें नहीं, उसे ढककर रखें।
  • ताज़ी उड़द दाल और अच्छे क्वालिटी वाले इडली चावल का इस्तेमाल करें।
  • खमीर उठे बैटर को फ्रिज में न रखें, कमरे के तापमान पर इस्तेमाल करें।
  • जब तक घोल किण्वित न हो जाए, तब तक बेकिंग सोडा या ईनो डालने से बचें।
  • ज़्यादा मुलायम इडली के लिए दाल की मात्रा थोड़ी अधिक रख सकते हैं।
  • मिक्सिंग हाथ से करें – इससे नेचुरल बैक्टीरिया मिलते हैं जो किण्वन में मदद करते हैं।

 

निष्कर्ष 

घर पर बनी इडली (Idli) सिर्फ़ ज़्यादा स्वादिष्ट नहीं होती, बल्कि ज़्यादा हेल्दी भी होती है। इसमें कोई प्रिज़र्वेटिव नहीं होता और यह पूरी तरह से स्टीम से बनी होती है, जिससे यह तेल-रहित और हल्की बनती है। साथ ही, किण्वन की प्रक्रिया इसे पचने में आसान और आंतों के लिए फायदेमंद बनाती है। एक बार जब आप इस प्रक्रिया में दक्ष हो जाते हैं, तो हर बार एक जैसी शानदार इडली (Idli) बनाना आपके लिए बहुत आसान हो जाएगा।

 

FAQs – इडली (Idli) से जुड़े सामान्य सवाल

  1. इडली (Idli) का बैटर अगर नहीं फूले तो क्या करें?
    अगर घोल फूला नहीं है, तो इसका मतलब किण्वन सही नहीं हुआ। अगली बार ताज़ी दाल का इस्तेमाल करें, हाथों से मिलाएँ और गर्म स्थान पर रखें।
  2. क्या मैं इडली (Idli) चावल की जगह साधारण चावल ले सकती हूँ?
    हाँ, लेकिन इडली चावल से बनावट ज़्यादा अच्छी आती है। साधारण चावल से हल्की दरारें आ सकती हैं।
  3. इडली (Idli) के बैटर को कितने दिनों तक स्टोर कर सकते हैं?
    खमीर उठने के बाद बैटर को 3-4 दिन तक फ्रिज में रखा जा सकता है। हर बार उपयोग से पहले उसे कमरे के तापमान पर लाएं।
  4. क्या इडली (Idli) में बेकिंग सोडा डालना ज़रूरी है?
    बिलकुल नहीं। यदि किण्वन सही है तो इसकी कोई ज़रूरत नहीं होती।
  5. उड़द दाल की जगह मूंग दाल से इडली (Idli) बन सकती है?
    हां, लेकिन वह हेल्दी तो होगी पर पारंपरिक इडली जैसी मुलायम नहीं बनेगी।
  6. क्या मैं ब्राउन राइस का इस्तेमाल कर सकती हूँ?
    हाँ, लेकिन इससे इडली (Idli) की बनावट थोड़ी दरदरी हो सकती है और उसका स्वाद भी हल्का अलग होगा।
  7. सर्दियों में इडली (Idli) का बैटर कैसे खमीर उठाएं?
    ओवन में लाइट ऑन करके रखें या हीटिंग पैड के पास रखें। ऊष्मा घोल को उठने में मदद करती है।
  8. इडली (Idli) बनाने के लिए कौन-सा कुकर बेहतर है – इडली कुकर या प्रेशर कुकर?
    इडली कुकर सबसे अच्छा होता है, लेकिन प्रेशर कुकर (बिना सीटी) भी बढ़िया विकल्प है।
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