Ragi crackers: 1 Perfect Combination Of Health And Taste

Ragi crackers

रागी क्रैकर्स (Ragi crackers)

जब बात आती है हेल्दी स्नैकिंग की, तो हम अक्सर सोच में पड़ जाते हैं कि क्या खाएं जो स्वादिष्ट भी हो और सेहतमंद भी। खासकर जब बच्चों को टिफिन देना हो या खुद शाम की चाय के साथ कुछ हल्का और पौष्टिक चखना हो। ऐसे में बाजार की बनी चीज़ों की बजाय अगर कुछ घर पर बना हो, तो उसका स्वाद ही अलग होता है – उसमें ममता होती है, भरोसा होता है, और सबसे बढ़कर पोषण होता है।

इन्हीं जरूरतों को ध्यान में रखते हुए लाएं है – रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) की आसान और स्वादिष्ट रेसिपी। रागी यानी नाचनी, एक ऐसा अनाज है जो प्राचीन भारतीय खानपान का हिस्सा रहा है और आज के समय में ‘सुपरफूड’ के रूप में पहचाना जाता है। यह न केवल कैल्शियम और आयरन से भरपूर होता है, बल्कि फाइबर और प्रोटीन का भी अच्छा स्रोत है।

इस रेसिपी में रागी के साथ उबले छोले, तिल, और देसी घी का मेल इसे ना सिर्फ स्वादिष्ट बनाता है बल्कि पूरी तरह से पौष्टिक भी। बच्चों से लेकर बड़ों तक, हर उम्र के लोग इसे पसंद करेंगे। रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) कुरकुरे, हेल्दी और बिल्कुल घर जैसे होते हैं — जो हर बार खाने के बाद यही एहसास कराते हैं कि सेहत और स्वाद दोनों एक साथ मुमकिन हैं।

अगर आप भी अपने और अपनों के लिए कुछ हेल्दी बेक्ड स्नैक बनाना चाहते हैं, तो ये रेसिपी जरूर ट्राई करें। स्वाद के साथ सेहत का ऐसा तालमेल शायद ही कहीं और मिले!

 

आवश्यक सामग्री:

  • 1/2 कप उबले हुए छोले
  • 1/2 कप रागी का आटा (Ragi flour)
  • 2 टेबलस्पून साबुत गेहूं का आटा
  • स्वादानुसार नमक
  • 1/2 टीस्पून मिक्स मसाले (जैसे काली मिर्च, जीरा पाउडर)
  • 1 टेबलस्पून तिल
  • 1 टीस्पून कसूरी मेथी
  • 1 टेबलस्पून देसी घी
  • आवश्यकता अनुसार पानी

 

रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) बनाने की विधि:

  1. सबसे पहले उबले हुए छोले को अच्छे से मैश कर लें ताकि उसमें कोई दाना न रहे।
  2. अब इसमें रागी का आटा, गेहूं का आटा, नमक, मसाले, तिल, कसूरी मेथी और घी डालें।
  3. सभी सामग्री को अच्छे से मिलाकर थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए नरम आटा गूंथ लें।
  4. आटे को ढककर 5 मिनट के लिए छोड़ दें ताकि वह सेट हो जाए।
  5. ओवन को 180°C पर प्रीहीट करें।
  6. अब आटे की लोई बनाएं और बटर पेपर या पार्चमेंट पेपर पर बेल लें।
  7. बेलने के बाद चाकू या कुकी कटर से मनचाहे आकार में काट लें।
  8. इन्हें बेकिंग ट्रे में रखें और पहले से गरम ओवन में 30–35 मिनट तक बेक करें या जब तक ये सुनहरे और क्रिस्प न हो जाएं।

 

रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) के लिए टिप्स

  • अगर आप चाहें तो आटे में थोड़ी मात्रा में ओट्स का आटा मिलाकर क्रैकर्स को और ज़्यादा फाइबर युक्त बना सकते हैं, जिससे ये लंबे समय तक पेट भरा रखने वाले बन जाते हैं।
  • गर्मियों में यदि घी भारी लग रहा हो तो आप इसमें नारियल का तेल भी प्रयोग कर सकते हैं, इससे रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) में हल्की मिठास और बढ़िया बनावट आ जाती है।
  • अगर बच्चों के लिए बना रहे हैं, तो स्वाद में बदलाव लाने के लिए थोड़ी सी चीज़ (cheese) कद्दूकस करके आटे में मिला सकते हैं। इससे स्वाद में एक टेस्टी ट्विस्ट आ जाता है।
  • जिन्हें ग्लूटेन से परहेज़ है, वे गेहूं के आटे की जगह चावल का आटा या बेसन का उपयोग कर सकते हैं, जिससे रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) पूरी तरह ग्लूटेन-फ्री बन जाएँगे।
  • आटा बेलते समय अगर वह बार-बार चिपकता है तो बेलन और सतह पर थोड़ा सूखा रागी का आटा छिड़क सकते हैं। इससे बेलने में आसानी होगी और आकार भी सुंदर बनेगा।
  • स्वाद को और देसी टच देने के लिए आप थोड़ी सी अजवाइन या सेंधा नमक का प्रयोग कर सकते हैं, खासकर अगर व्रत में खाना हो।
  • जब क्रैकर्स तैयार हो जाएँ तो उन्हें पूरी तरह ठंडा होने दें, उसके बाद ही स्टोर करें। हल्का भी नमी रह गई तो उनकी कुरकुराहट खत्म हो सकती है।
  • अगर आप रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) को बच्चों के टिफिन में पैक करना चाहते हैं, तो उनके पसंदीदा आकार जैसे तारे, दिल या फूल का कटर इस्तेमाल करें — इससे वे ज़्यादा उत्साह से खाएंगे।
  • क्रैकर्स को हल्का मीठा बनाने के लिए आटे में थोड़ा सा शहद या डेट सिरप भी मिलाया जा सकता है, जिससे बिना रिफाइंड शुगर के हल्की मिठास आ जाती है।
  • इन्हें बनाते समय हमेशा ध्यान रखें कि तापमान और बेकिंग टाइम हर ओवन में थोड़ा अलग हो सकता है, इसलिए पहली बार बनाते समय थोड़ी निगरानी रखें।

 

रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) के हेल्थ बेनिफिट्स 

  • रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) में मौजूद रागी शरीर को प्राकृतिक रूप से कैल्शियम देता है, जिससे हड्डियाँ मजबूत बनती हैं और बच्चों व महिलाओं के लिए यह विशेष रूप से फायदेमंद होता है।
  • इसमें पाया जाने वाला आयरन शरीर में खून की कमी को दूर करने में मदद करता है, खासकर एनीमिया से जूझ रहे लोगों के लिए रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) लाभकारी हैं।
  • छोले की मौजूदगी से इसमें भरपूर प्रोटीन और फाइबर मिलते हैं, जो लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराते हैं और वजन घटाने वालों के लिए अच्छा विकल्प बनाते हैं।
  • इसमें तिल से मिलने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड और हेल्दी फैट्स दिल की सेहत का ख्याल रखते हैं, जिससे शरीर को सही तरह से एनर्जी मिलती है।
  • रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) बिना डीप फ्राई किए जाते हैं, जिससे इनमें अतिरिक्त तेल या अनावश्यक फैट नहीं होता — ये हेल्दी स्नैकिंग का एक बेहतरीन विकल्प बनते हैं।
  • ये क्रैकर्स ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में भी मददगार होते हैं, जिससे मधुमेह के रोगी भी इन्हें संतुलन के साथ खा सकते हैं।
  • कसूरी मेथी और मसालों की हल्की मात्रा इन्हें पाचन में मददगार बनाती है, जिससे गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
  • रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) घर के बने होने की वजह से इनमें कोई भी प्रिज़र्वेटिव या केमिकल नहीं होता, जिससे ये बच्चों और बुज़ुर्गों दोनों के लिए सुरक्षित हैं।
  • फाइबर की अच्छी मात्रा के कारण ये पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं और कब्ज जैसी समस्याओं से भी राहत दिलाते हैं।
  • इन्हें सफर के दौरान या ऑफिस में हेल्दी स्नैक के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे बाहर का तला-भुना खाने से बचाव होता है।

 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ):

प्र. क्या बच्चे भी रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) खा सकते हैं?

हाँ, बच्चे आराम से रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) खा सकते हैं। इसमें कोई तला हुआ या नुकसानदायक तत्व नहीं होता। रागी और छोले जैसे पौष्टिक तत्व बच्चों के शारीरिक विकास के लिए अच्छे माने जाते हैं।

प्र. रागी क्रैकर्स कितने दिनों तक ताजे बने रहते हैं?

अगर आप इन्हें ठंडा होने के बाद एयरटाइट डिब्बे में बंद करके रखें, तो रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) 8 से 10 दिन तक ताजे और कुरकुरे रह सकते हैं। नमी से बचाकर रखना ज़रूरी है।

प्र. अगर घर में ओवन न हो तो क्या रागी क्रैकर्स बना सकते हैं?

जी हाँ, अगर आपके पास ओवन नहीं है, तो आप रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) तवे पर धीमी आंच पर भी सेंक सकते हैं। इसके अलावा एयर फ्रायर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे बिना तेल के ये क्रिस्पी बनते हैं।

प्र. क्या रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) वजन घटाने में मदद करते हैं?

बिल्कुल, रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) में रागी और छोले जैसे फाइबर और प्रोटीन से भरपूर सामग्री होती है, जो देर तक पेट भरा रखती है और बार-बार भूख लगने से बचाती है। इसलिए यह वजन घटाने की डाइट में शामिल किया जा सकता है।

प्र. क्या रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) डायबिटीज़ में खा सकते हैं?

हाँ, लेकिन सीमित मात्रा में। रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) में रागी होता है, जो लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला अनाज है। इसका मतलब है कि यह धीरे-धीरे ग्लूकोज़ रिलीज करता है, जो डायबिटिक लोगों के लिए बेहतर विकल्प माना जाता है। फिर भी खाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।

प्र. क्या रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) में कोई प्रिज़र्वेटिव होता है?

नहीं, घर पर बनाए गए रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) में कोई प्रिज़र्वेटिव नहीं डाले जाते। ये पूरी तरह से नैचुरल सामग्री से बनते हैं, इसलिए आप इन्हें निश्चिंत होकर खा सकते हैं।

प्र. क्या रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) यात्रा में ले जाना ठीक रहेगा?

हाँ, यह एक बेहतरीन ट्रैवल स्नैक है। रागी क्रैकर्स (Ragi crackers) हल्के होते हैं, जल्दी खराब नहीं होते और एयरटाइट डिब्बे में भरकर कहीं भी आसानी से साथ ले जाए जा सकते हैं। सफर के दौरान जब भूख लगे तो यह हेल्दी और सुविधाजनक विकल्प बनते हैं।

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