
मोतीचूर लड्डू (Motichoor Laddu) रेसिपी
भारत की हर मिठाई अपने आप में एक कहानी है—और जब बात हो मोतीचूर लड्डू (Motichoor Laddu) की, तो यह सिर्फ एक मिठाई नहीं बल्कि हर भारतीय घर की यादों का मीठा हिस्सा है। चाहे बचपन में दादी के हाथों से मिले लड्डू हों या त्योहारों में थाल में रखे वो नारंगी रत्न, मोतीचूर लड्डू (Motichoor Laddu) हर बार दिल को छू जाता है। इसकी खुशबू, इसका रंग, और इसका स्वाद—सब कुछ ऐसा है जो सीधे दिल तक उतरता है।
बाजार में मिलने वाले लड्डुओं का स्वाद भले ही अच्छा लगे, लेकिन घर पर बना हुआ मोतीचूर लड्डू (Motichoor Laddu) कुछ और ही बात होता है। जब उसमें हमारी मेहनत, अपनेपन की मिठास और शुद्धता घुलती है, तब वह मिठाई से कहीं आगे एक भाव बन जाती है।
यह रेसिपी खास उन लोगों के लिए है जो घर पर बिना किसी झंझट के, आसान तरीक़े से वह स्वाद पाना चाहते हैं जो पहले सिर्फ हलवाई की दुकान तक सीमित था। इसमें ना तो किसी भारी मशीन की ज़रूरत है, ना ही घंटों की मेहनत। सिर्फ कुछ साधारण सामग्री और थोड़े से धैर्य के साथ आप भी बना सकते हैं हलवाई जैसी क्वालिटी वाला, बिल्कुल नरम, रस से भरा हुआ मोतीचूर लड्डू (Motichoor Laddu)—वो भी अपनी रसोई में।
मोतीचूर लड्डू (Motichoor Laddu) की सामग्री
- 100 ग्राम बेसन
- 150 मिली पानी
- नारंगी फ़ूड कलर (आवश्यकतानुसार)
- 150 ग्राम चीनी (चाशनी के लिए)
- पिघला हुआ घी (1-2 चम्मच, स्वादानुसार)
- 1-2 चम्मच खरबूजे के बीज
- तलने के लिए रिफाइंड ऑयल या देशी घी
मोतीचूर लड्डू (Motichoor Laddu) बनाने की विधि
सबसे पहले बेसन को छान लें ताकि उसमें कोई गांठ न रहे। अब इसमें पानी डालकर एक चिकना और मध्यम गाढ़ा घोल तैयार करें। घोल में जरूरत के अनुसार नारंगी फ़ूड कलर मिलाएं ताकि पारंपरिक मोतीचूर लड्डू (Motichoor Laddu) जैसा रंग आ सके।
अब कढ़ाई में तेल गरम करें। बेसन के घोल को किसी पाइपिंग बैग या पतली नोक वाले किसी बर्तन में भरें और गर्म तेल में छोटी-छोटी बूंदें गिराएं। इन्हें धीमी आंच पर सुनहरा और नरम होने तक तलें। यही बूंदी होती है, जो लड्डू का आधार बनेगी।
अब एक पैन में चीनी और थोड़ा पानी लेकर मध्यम आंच पर चाशनी तैयार करें। इसमें भी नारंगी फ़ूड कलर मिलाएं। चाशनी एक तार या उससे थोड़ी पतली होनी चाहिए। यदि ज़रूरत हो तो थोड़ा गर्म पानी मिलाकर चाशनी की स्थिरता को संतुलित करें।
तली हुई बूंदी को गरम चाशनी में डालें और 4-5 मिनट धीमी आंच पर पकाएं ताकि बूंदी पूरी तरह से चाशनी सोख ले। अब इसमें पिघला हुआ घी और खरबूजे के बीज डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
थोड़ा ठंडा होने दें ताकि हाथ जलें नहीं। फिर हाथ में थोड़ा-थोड़ा मिश्रण लेकर गोल-गोल लड्डू का आकार दें। इस तरह स्वादिष्ट और घर पर बने मोतीचूर लड्डू (Motichoor Laddu) तैयार हैं।
मोतीचूर लड्डू (Motichoor Laddu) बनाने के टिप्स
- बूंदी का घोल न ज्यादा पतला हो न ज्यादा गाढ़ा, वरना बूंदी सही नहीं बनेगी।
- घोल छानने से पहले बेसन को अच्छे से मिक्स करना जरूरी है ताकि उसमें गांठें न हों।
- बूंदी तलते समय आंच धीमी रखें ताकि वह सॉफ्ट और लड्डू के लिए उपयुक्त बने।
- चाशनी अधिक गाढ़ी न करें वरना बूंदी उसमें समाएगी नहीं।
- अगर बूंदी सख्त हो जाए तो थोड़ी सी गरम चाशनी में डालकर नरम कर सकते हैं।
- आप चाहें तो इसमें थोड़ा सा केसर या इलायची पाउडर भी स्वाद बढ़ाने के लिए मिला सकते हैं।
- हाथ में घी लगाकर लड्डू बनाएंगे तो चिपकेगा नहीं।
- खरबूजे के बीज की जगह काजू, बादाम या पिस्ता भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
निष्कर्ष
मोतीचूर लड्डू (Motichoor Laddu) केवल मिठाई नहीं बल्कि भावनाओं से जुड़ा एक स्वाद है जो हर त्योहार और खुशी के मौके को खास बना देता है। इसे घर पर बनाना आसान भी है और सफाई व स्वाद की दृष्टि से बेहतर भी। इस रेसिपी के ज़रिए आप भी अपने परिवार को त्योहारों पर बाजार जैसी मिठाई का आनंद घर बैठे दे सकते हैं। तो अगली बार कोई खास अवसर हो, तो ज़रूर ट्राय करें यह शानदार मोतीचूर लड्डू (Motichoor Laddu) रेसिपी।
FAQs- मोतीचूर लड्डू (Motichoor Laddu) से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. क्या मैं बिना फ़ूड कलर के भी मोतीचूर लड्डू बना सकती हूँ?
हाँ, बिल्कुल। आप फ़ूड कलर न डालकर इसे नेचुरल यलो बेसन रंग में भी बना सकती हैं। स्वाद में कोई अंतर नहीं आएगा।
Q2. अगर मेरे पास बूंदी छलनी नहीं है तो क्या करूँ?
आप पाइपिंग बैग या दूध की थैली के कोने को काटकर उससे बूंदी बना सकती हैं।
Q3. क्या इन लड्डुओं को फ्रिज में स्टोर कर सकते हैं?
हाँ, लेकिन कमरे के तापमान पर 2-3 दिन तक ये ठीक रहते हैं। फ्रिज में रखने पर इनकी नरमी कम हो सकती है।
Q4. लड्डू में चाशनी का सही अनुपात कैसे पहचानें?
चाशनी एक तार की होनी चाहिए या थोड़ी पतली। बहुत गाढ़ी होगी तो बूंदी उसमें नहीं समाएगी।
Q5. क्या मोतीचूर लड्डू सिर्फ बेसन से बनते हैं?
हाँ, पारंपरिक मोतीचूर लड्डू (Motichoor Laddu) सिर्फ बेसन से ही बनाए जाते हैं।
Q6. लड्डू बनाते समय बंध नहीं रहे तो क्या करें?
थोड़ा और घी डालें या चाशनी हल्की गर्म करें, इससे मिश्रण बंधने लगेगा।
Q7. क्या मैं इन्हें घी की बजाय तेल में तल सकती हूँ?
जी हाँ, लेकिन पारंपरिक स्वाद के लिए घी में तलना बेहतर होता है।
Q8. क्या यह रेसिपी नवदिवसीयों या छोटे बच्चों के लिए ठीक है?
बिल्कुल, लेकिन तब फ़ूड कलर और ज्यादा मीठा न डालें। थोड़ा हल्का बनाएं।
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