
काले तिल की मीठी रोटी (Kale Til ki Mithi Roti)
आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्ते!🙏😊
सर्दियों के मौसम में जब शरीर को गर्माहट और ऊर्जा की सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है, तब भारतीय रसोई में कई ऐसे पारंपरिक व्यंजन बनते हैं जो स्वाद के साथ-साथ सेहत का भी पूरा ख्याल रखते हैं। उन्हीं में से एक है काले तिल की मीठी रोटी (Kale Til ki Mithi Roti) एक ऐसा पारंपरिक व्यंजन जो पीढ़ियों से हमारे घरों में त्योहारों, खासकर मकर संक्रांति जैसे अवसरों पर बनाया जाता रहा है।
काले तिल अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है — ये शरीर में गर्मी बनाए रखते हैं, पाचन को बेहतर करते हैं और हड्डियों के लिए फायदेमंद होते हैं। जब इन्हें गुड़ और देसी घी के साथ मिलाकर रोटी के रूप में परोसा जाता है, तो यह संयोजन न सिर्फ स्वाद में लाजवाब होता है बल्कि शरीर को भी भरपूर पोषण देता है।
यह काले तिल की मीठी रोटी (Kale Til ki Mithi Roti) बाहर से नरम और अंदर से मिठास से भरपूर होती है, जिसे बच्चे से लेकर बुज़ुर्ग तक सभी बड़े चाव से खाते हैं। अगर आप किसी मीठे और हेल्दी विकल्प की तलाश में हैं जिसे आसानी से बनाया जा सके और जो लंबे समय तक पेट भरे होने का अहसास भी दे, तो यह रेसिपी आपके लिए एकदम परफेक्ट है। इसे आप नाश्ते में, टिफिन में या ठंडी शामों में गरमागरम चाय के साथ भी परोस सकते हैं।
एक बार बनाइए और देखिए कैसे काले तिल की मीठी रोटी (Kale Til ki Mithi Roti) पुरानी लेकिन अमूल्य रेसिपी आपके खाने की मेज़ पर नई खुशबू और अपनापन लेकर आती है।
काले तिल की मीठी रोटी (Kale Til ki Mithi Roti) के लिए सामग्री:
- काले तिल – 1 कप
- गुड़ (कद्दूकस किया हुआ) – 3/4 कप
- देसी घी – 4-5 छोटे चम्मच + रोटी पर लगाने के लिए
- गेहूं का आटा – आवश्यकतानुसार (गूंथा हुआ)
- पानी – 1 छोटा चम्मच (भरावन के मिश्रण के लिए)
काले तिल की मीठी रोटी (Kale Til ki Mithi Roti) बनाने की विधि:
- काले तिल की मीठी रोटी बनाने के लिए काले तिल को मध्यम आँच पर सूखा भूनें। जैसे ही तिल चटकने लगें, गैस बंद कर दें। ज़्यादा न भूनें वरना तिल जल सकते हैं।
- भुने हुए तिल को ठंडा होने के बाद मिक्सी में डालकर बारीक पीस लें।
- एक बर्तन में पिसा हुआ तिल, कद्दूकस किया गुड़ और 4-5 छोटे चम्मच देसी घी डालें। 1 छोटा चम्मच पानी मिलाएँ और सब चीज़ों को अच्छी तरह मिक्स करें ताकि मिश्रण बंधने लायक हो जाए।
- पहले से गूंथे हुए गेहूं के आटे का एक मध्यम आकार का पेड़ा लें। इसे हल्का बेलें और बीच में तैयार तिल-गुड़ का मिश्रण भरें। किनारों से उठाकर पेड़े को अच्छे से बंद करें ताकि मिश्रण बाहर न निकले। अब हल्के हाथों से गोल रोटी बेल लें।
- गरम तवे पर रोटी रखें। दोनों ओर से अच्छे से सेंकें। फिर इसे सीधी आंच पर हल्का-हल्का घुमा-घुमाकर सेंकें ताकि रोटी फूले और चारों ओर से कुरकुरी बन जाए। आंच मध्यम रखें ताकि रोटी जले नहीं।
- काले तिल की मीठी रोटी (Kale Til ki Mithi Roti) पर देसी घी लगाएँ और गर्मागर्म परोसें।
यह काले तिल की मीठी रोटी स्वाद में बेहतरीन होती है और बच्चों या बड़ों के टिफिन के लिए एक पौष्टिक और पारंपरिक विकल्प है।
निष्कर्ष (Conclusion):
काले तिल की मीठी रोटी (Kale Til ki Mithi Roti) सिर्फ एक पारंपरिक भारतीय रेसिपी नहीं है, बल्कि यह सेहत, स्वाद और संस्कृति का एक बेहतरीन मेल है। इसमें मौजूद काले तिल, गुड़ और देसी घी शरीर को पोषण देने के साथ-साथ सर्दियों की ठंड में गर्माहट भी देते हैं। यह रेसिपी बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के स्वाद को भाती है और त्योहारों या खास मौकों पर एक परंपरागत मिठास घोलती है।
अगर आप घर पर कुछ हेल्दी, देसी और मीठा बनाना चाहते हैं — तो यह रोटी ज़रूर ट्राई करें। एक बार खाएँगे तो बार-बार बनाने का मन करेगा।
काले तिल की मीठी रोटी (Kale Til ki Mithi Roti) के लिए कुछ जरूरी टिप्स:
- तिल को धीमी आंच पर ही भूनें, वरना वे जल सकते हैं और कड़वे हो जाएंगे।
- तिल ठंडा होने के बाद ही पीसें ताकि मिक्सी में नमी न आए।
- गुड़ को बारीक कद्दूकस करें ताकि भरावन में अच्छी तरह मिल सके।
- भरावन में पानी बहुत कम डालें, वरना मिश्रण गीला होकर रोटी फट सकती है।
- आटा थोड़ा सख्त गूंथें ताकि बेलने में आसानी हो और मिश्रण बाहर न निकले।
- रोटी बेलते समय हल्के हाथों से बेलें ताकि स्टफिंग न फटे।
- रोटी सेंकते समय आंच मध्यम रखें ताकि वह ठीक से फूले और जले नहीं।
- पकने के बाद रोटी पर तुरंत घी लगाएँ ताकि वह अंदर तक सोख ले और स्वाद बढ़ जाए।
- रोटी को गरम-गरम ही परोसें, इसका स्वाद और भी अच्छा लगता है।
- स्टफिंग को पहले से बनाकर फ्रिज में भी रखा जा सकता है (1–2 दिन के लिए)।
काले तिल की मीठी रोटी (Kale Til ki Mithi Roti) के लिए अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
- क्या काले तिल की मीठी रोटी (Kale Til ki Mithi Roti) व्रत में खाई जा सकती है?
नहीं, क्योंकि इसमें गेहूं का आटा इस्तेमाल होता है। व्रत के लिए समा के चावल या कुट्टू का आटा प्रयोग करें।
- गुड़ की जगह शक्कर डाल सकते हैं?
नहीं, इस रेसिपी में गुड़ ही सही रहेगा। गुड़ का स्वाद और गर्म तासीर ही इसकी खासियत है।
- क्या इस रेसिपी को बिना घी के बना सकते हैं?
घी स्वाद और नरमी दोनों के लिए ज़रूरी है, लेकिन चाहें तो मात्रा थोड़ी कम कर सकते हैं।
- क्या काले तिल की मीठी रोटी (Kale Til ki Mithi Roti) को स्टोर कर सकते हैं?
हाँ, कमरे के तापमान पर 1 दिन और फ्रिज में 2 दिन तक रख सकते हैं। खाने से पहले हल्का गर्म कर लें।
- बच्चे इसे खा सकते हैं?
बिलकुल! यह रोटी पोषण से भरपूर है और बच्चों के टिफिन के लिए भी एक अच्छा विकल्प है।
- इसे किस समय खाना सही रहता है?
सर्दियों के मौसम में सुबह के नाश्ते या शाम के हल्के खाने में लेना बेहतर है।
- क्या इसमें नारियल डालना ज़रूरी है?
नहीं, यह रेसिपी बिना नारियल के ही बनाई गई है।
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