Falahari Aloo Paratha – 5 Magical Bites of Bliss

Falahari Aloo Paratha

फलाहारी आलू पराठा (Falahari Aloo Paratha)

3 बातें जो इस पराठे को हर उपवास में खास बनाती हैं – स्वाद, सेहत और सरलता। जब बात व्रत के खाने की आती है, तो हर कोई कुछ ऐसा चाहता है जो पेट भी भरे, मन को भी तृप्त करे और नियमों के अनुरूप भी हो। ऐसे में फलाहारी आलू पराठा (Falahari Aloo Paratha) एक ऐसा व्यंजन है जो इन सभी मानकों पर खरा उतरता है।

राजगिरा, कुट्टू और सामा जैसे अनाज से बना यह पराठा न केवल हेल्दी होता है बल्कि इसमें मौजूद मसालेदार आलू की स्टफिंग इसे बेहद स्वादिष्ट बना देती है। इसकी बनावट इतनी मुलायम और कुरकुरी होती है कि एक बार खाने के बाद आप इसे बार-बार दोहराना चाहेंगे। उपवास के दौरान वही दो-तीन चीज़ें खाते-खाते जब मन ऊबने लगे, तब यह पराठा आपके फलाहार में एक मजेदार ट्विस्ट लेकर आता है।

इसे बनाना बहुत आसान है और सामग्री भी लगभग हर व्रत में इस्तेमाल होने वाली होती है। बस 20–25 मिनट में तैयार होने वाला यह पराठा, दही या व्रत की हरी चटनी के साथ जब परोसा जाता है, तो स्वाद और संतुष्टि दोनों मिलते हैं। अगर आप भी उपवास में कुछ नया, स्वादिष्ट और पेट भरने वाला तलाश रहे हैं, तो यह फलाहारी आलू पराठा (Falahari Aloo Paratha) ज़रूर ट्राई करें – एक बार खाएंगे तो हर व्रत में इसकी याद आएगी।

 

फलाहारी आलू पराठा (Falahari Aloo Paratha) की सामग्री

आटे के लिए:

  • राजगिरा आटा – 1 ½ कप
  • कुट्टू आटा – ½ कप
  • सामा/सामक आटा – 2-3 बड़े चम्मच
  • साबूदाना आटा (ऐच्छिक) – 2-3 बड़े चम्मच
  • सेंधा नमक – स्वादानुसार
  • मूंगफली तेल – 1 बड़ा चम्मच

भरावन के लिए:

  • उबले आलू – 2-3 (मीडियम आकार के)
  • हरी मिर्च (बारीक कटी) – 1-2 छोटे चम्मच
  • अदरक (कद्दूकस किया) – 1-2 छोटे चम्मच
  • सेंधा नमक – स्वादानुसार
  • अमचूर पाउडर – ½ छोटा चम्मच
  • जीरा पाउडर – ½ छोटा चम्मच
  • नींबू रस – ½ नींबू
  • हरा धनिया (कटा हुआ) – 2-3 बड़े चम्मच

अन्य सामग्री:

  • राजगिरा आटा (बेलने के लिए) – ¼ कप
  • तेल (शैलो फ्राई के लिए) – आवश्यकता अनुसार

 

फलाहारी आलू पराठा (Falahari Aloo Paratha) बनाने की विधि

सबसे पहले उबले हुए आलुओं को छीलकर कद्दूकस कर लें या अच्छे से मैश कर लें ताकि वे स्मूद हो जाएं। अब इसमें बारीक कटी हरी मिर्च, कद्दूकस किया अदरक, सेंधा नमक, अमचूर पाउडर, जीरा पाउडर, नींबू का रस और बारीक कटा हरा धनिया डालें। सब चीजों को अच्छी तरह मिलाकर आलू की स्टफिंग तैयार कर लें। अब इस मिश्रण को बराबर भागों में बांटकर नींबू के आकार की बॉल्स बना लें।

अब एक बर्तन में राजगिरा, कुट्टू, सामा और यदि चाहें तो साबूदाना आटा मिलाएं। इसमें सेंधा नमक डालकर अच्छे से मिक्स करें और धीरे-धीरे पानी डालते हुए नरम आटा गूंथ लें। इसमें मूंगफली तेल डालकर और अच्छे से मसलें और फिर इसे ढककर 10 मिनट के लिए साइड में रख दें।

अब आटे की लोइयां बनाएं और हर लोई को हाथ या बेलन से हल्का बेलें। ज्यादा पतला न करें ताकि वह फटे नहीं। अब बीच में एक स्टफिंग बॉल रखें, किनारों को इकट्ठा करें और हल्के हाथों से दबाते हुए पराठे का आकार दें। बेलते समय राजगिरा आटे का उपयोग करें ताकि चिपके नहीं।

अब तवा गरम करें और फलाहारी आलू पराठा (Falahari Aloo Paratha) को दोनों तरफ थोड़ा तेल लगाकर सुनहरा और कुरकुरा होने तक सेंक लें। इसी तरह सभी पराठे बना लें। इन्हें व्रत के अनुरूप दही, हरी चटनी या घी के साथ परोसें।

 

फलाहारी आलू पराठा (Falahari Aloo Paratha) के लिए टिप्स

  • स्टफिंग को हमेशा अच्छे से मैश करें ताकि बेलते समय फटे नहीं।
  • बेलने में राजगिरा आटा ही इस्तेमाल करें, मैदे या गेहूं के आटे से परहेज करें।
  • यदि आटा ज्यादा नरम लगे तो थोड़ी देर फ्रिज में रख सकते हैं।
  • साबूदाना आटा पूरी तरह ऐच्छिक है, इसे न भी डालें तो पराठा अच्छा बनेगा।
  • बेलते समय किनारे से हल्के हाथ रखें, ताकत न लगाएं।
  • स्टफिंग में काली मिर्च भी डाली जा सकती है स्वाद बढ़ाने के लिए।
  • घी में सेंकने से इसका स्वाद और भी निखरता है।
  • चटनी या दही हमेशा ठंडी और ताज़ी परोसें, स्वाद दोगुना हो जाएगा।

 

निष्कर्ष 

फलाहारी आलू पराठा (Falahari Aloo Paratha) व्रत के समय स्वाद और संतुलन का बेहतरीन मेल है। इसमें इस्तेमाल होने वाली सभी सामग्रियाँ व्रत में पचने योग्य होती हैं और इसके स्वाद में किसी भी तरह की कमी नहीं होती। चाहे सुबह के नाश्ते में हो या दोपहर के भोजन में, यह पराठा हर समय एक उत्तम विकल्प साबित होता है। आप इसे घर पर ज़रूर ट्राई करें और अपने फलाहार को स्वादिष्ट बनाएं।

 

FAQ – फलाहारी आलू पराठा (Falahari Aaloo Paratha)

Q1. क्या फलाहारी आलू पराठा (Falahari Aloo Paratha) व्रत में खा सकते हैं?

हाँ, इसमें व्रत के अनुकूल सामग्री जैसे राजगिरा, कुट्टू, सेंधा नमक आदि ही होते हैं।

Q2. क्या इसमें प्याज और लहसुन का उपयोग कर सकते हैं?

नहीं, व्रत के अनुसार प्याज और लहसुन से परहेज किया जाता है।

Q3. अगर राजगिरा आटा न हो तो क्या करें?

राजगिरा की जगह सिर्फ कुट्टू या सामा आटे का इस्तेमाल किया जा सकता है।

Q4. क्या इसे पहले से बनाकर स्टोर किया जा सकता है?

ताजा पराठा ही अच्छा लगता है, लेकिन आटा और स्टफिंग पहले से तैयार रखी जा सकती है।

Q5. क्या इसमें घी का उपयोग बेहतर रहेगा?

बिल्कुल, घी में सेंकने से स्वाद और पौष्टिकता दोनों बढ़ती है।

Q6. साबूदाना आटा जरूरी है क्या?

नहीं, यह वैकल्पिक है। अगर उपलब्ध हो तो डालें वरना छोड़ा जा सकता है।

Q7. क्या यह नाश्ते में भी खाया जा सकता है?

हाँ, यह पराठा सुबह के नाश्ते में बहुत ही अच्छा विकल्प है।

Q8. क्या इस पराठे को बिना तेल के सेंका जा सकता है?

कम तेल में सेकें तो स्वाद बरकरार रहेगा, बिना तेल के यह सूखा और सख्त हो सकता है।

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