बिसी बेल्ले भात (Bisi Bele Bhath)
क्या कभी आपने ऐसा व्यंजन खाया है जो पहली ही चम्मच में घर की याद दिला दे, और दूसरी चम्मच में एक शाही स्वाद का अनुभव करवा दे? अगर नहीं, तो आपको एक बार बिसी बेल्ले भात (Bisi Bele Bhath) ज़रूर चखना चाहिए। यह सिर्फ एक डिश नहीं, बल्कि कर्नाटक की आत्मा है – जिसमें प्यार, परंपरा और मसालों का गहरा मेल बसा है।
‘बिसी’ यानी गरम, ‘बेल्ले’ यानी दाल और ‘भात’ यानी चावल – इन तीन शब्दों में सिमटी इस रेसिपी की खूबसूरती इसकी सादगी और गहराई दोनों में छिपी है। बाहर से देखने पर यह खिचड़ी जैसी लगती है, लेकिन जैसे ही इसका पहला निवाला ज़ुबान पर पड़ता है, इसका तीखा, खट्टा, मीठा और मसालेदार स्वाद दिल जीत लेता है।
इसमें ताज़ी सब्जियाँ, देसी घी का तड़का, घर में पीसा हुआ खास मसाला और हल्का-सा इमली और गुड़ का स्पर्श – सब मिलकर इसे एक ऐसा स्वाद बनाते हैं जिसे कोई भी आसानी से भूल नहीं सकता।
कहते हैं कि बिसी बेल्ले भात (Bisi Bele Bhath) की शुरुआत मैसूर पैलेस की रसोई से हुई थी, जहाँ यह रेसिपी वर्षों तक एक रॉयल सीक्रेट बनी रही। तब इसे सिर्फ राजघरानों के लिए तैयार किया जाता था – खास मसालों और परंपरागत तरीकों से। लेकिन समय के साथ यह व्यंजन आम लोगों तक पहुँचा और अब हर कर्नाटका वासी की थाली का अभिन्न हिस्सा बन चुका है।
आज के भागदौड़ भरे जीवन में जब हम comfort food की तलाश करते हैं, तो बिसी बेल्ले भात (Bisi Bele Bhath) हमें न सिर्फ पेट भरता है, बल्कि दिल को भी सुकून देता है। यह एक ऐसा व्यंजन है जो अपने खास स्वाद से किसी भी दिन को खास बना सकता है।
चाहे बारिश की कोई ठंडी दोपहर हो या रविवार का आलसी दोपहर का भोजन – बस इसे गरमा गरम परोसिए, ऊपर से थोड़ी सी बूंदी या एक चम्मच घी डाल दीजिए… और फिर देखिए स्वाद की असली खुशी क्या होती है। तो चलिए, आज हम सीखते हैं कि यह खास और ऐतिहासिक रेसिपी कैसे बनाई जाती है – घर की रसोई में, सादगी से लेकिन पूरे शाही अंदाज़ में।
बिसी बेल्ले भात (Bisi Bele Bhath) के लिए सामग्री
चावल और दाल:
- 1 कप छोटा दाना चावल (सोना मसूरी / कुल्लम)
- ½ कप तूर दाल
- ¼ टीस्पून हल्दी पाउडर
- नमक स्वादानुसार
- 4 कप पानी (पकाने के लिए)
सब्जियाँ:
- ½ कप कटी हुई गाजर
- ½ कप बीन्स (कटी हुई)
- ½ कप फूलगोभी
- ¼ कप मटर
- ½ कप शिमला मिर्च (कटी हुई)
- 1 टमाटर (बारीक कटे हुए)
बिसी बेल्ले भात (Bisi Bele Bhath) मसाला:
- 1 टेबलस्पून उड़द दाल
- 1 टेबलस्पून चना दाल
- 1 टीस्पून मेथी दाना
- 1 टुकड़ा दालचीनी
- 2 लौंग
- 2 इलायची
- 1 टीस्पून काली मिर्च
- 2 टीस्पून धनिया बीज
- 1 टीस्पून जीरा
- 6-7 सूखी लाल मिर्च
- 1 टेबलस्पून सूखा नारियल (कद्दूकस किया हुआ)
- 1 टीस्पून खसखस
- कुछ करी पत्ते
तड़का:
- 2 टेबलस्पून घी
- ½ टीस्पून राई
- ½ टीस्पून जीरा
- एक चुटकी हींग
- 1 सूखी लाल मिर्च
- 8-10 काजू
- करी पत्ते
अन्य सामग्री:
- 2 टेबलस्पून इमली का गाढ़ा पानी
- 1 टेबलस्पून गुड़ (कद्दूकस किया हुआ)
- हरा धनिया सजावट के लिए
बिसी बेल्ले भात (Bisi Bele Bhath) बनाने की विधि
सबसे पहले चावल और तूर (अरहर) दाल को धोकर 10-15 मिनट भिगो दें। इसके बाद इन्हें सभी सब्जियों, हल्दी, नमक और पानी के साथ कुकर में डालें और 3 सीटी तक पकाएँ ताकि यह अच्छे से गल जाए। अब कुकर को ठंडा होने दें।
इस बीच हम बनाएँगे बिसी बेल्ले भात (Bisi Bele Bhath) का खास मसाला। इसके लिए एक कढ़ाही में थोड़ा घी डालें और उसमें उड़द दाल, चना दाल, मेथी दाना, दालचीनी, लौंग, इलायची, काली मिर्च, लाल मिर्च, जीरा, धनिया, करी पत्ता, खसखस और सूखा नारियल हल्का भूनें। जब मसाले हल्के सुनहरे हो जाएँ तो इन्हें ठंडा करके पीस लें। यह मसाला 2-3 महीने तक फ्रिज में स्टोर किया जा सकता है।
अब एक कढ़ाही में घी गर्म करें और उसमें राई, जीरा, हींग, लाल मिर्च, काजू और करी पत्ता डालकर तड़का लगाएँ। फिर इसमें टमाटर, मटर और शिमला मिर्च डालें और हल्का भूनें। इसके बाद तैयार किया गया मसाला, इमली का पानी और गुड़ डालें और इसे मध्यम आंच पर अच्छे से पकाएँ ताकि मसाले में से कच्ची गंध चली जाए।
अब कुकर में पके चावल-दाल-सब्जी मिक्स को इस मसाले में डालें और अच्छे से मिलाएँ। थोड़ा पानी मिलाकर कुछ मिनट तक पकाएँ ताकि स्वाद अच्छे से मिश्रित हो जाए। हरे धनिए से सजाकर गरमा-गरम परोसें।
बिसी बेल्ले भात (Bisi Bele Bhath) के लिए टिप्स
- पारंपरिक स्वाद पाने के लिए घी का इस्तेमाल ही करें, तेल से स्वाद थोड़ा हल्का पड़ सकता है।
- चावल और दाल को एकसार गलाने के लिए प्रेशर कुकर में कम से कम 3 सीटी ज़रूर लें।
- इमली का पानी ज्यादा खट्टा न हो, स्वाद अनुसार एडजस्ट करें।
- मसाले को धीमी आंच पर भूनें ताकि उसका रंग और स्वाद दोनों बेहतर बने।
- गुड़ डालने से एक मीठा बैलेंस बनता है, इसलिए इसे न छोड़ें।
- अगर मसाला पहले से बना रखा है तो समय की बचत होती है।
- आप इसमें कटा हुआ प्याज़ भी डाल सकते हैं लेकिन पारंपरिक रेसिपी में इसकी जरूरत नहीं होती।
निष्कर्ष
बिसी बेल्ले भात (Bisi Bele Bhath) सिर्फ एक रेसिपी नहीं, बल्कि कर्नाटक की सांस्कृतिक धरोहर है। इसका स्वाद, बनावट, और मसालों का गहराई से मिला हुआ मेल इसे रोजमर्रा के खाने से बिल्कुल अलग बना देता है। चाहे आप इसे खास मौके पर बनाएँ या जब दिल करे तब, यह व्यंजन हर बार वही पारंपरिक स्वाद देता है जो कभी मैसूर के राजसी रसोईघर की पहचान हुआ करता था।
बिसी बेल्ले भात (Bisi Bele Bhath) से जुड़े सवाल
Q1. बिसी बेल्ले भात और खिचड़ी में क्या अंतर है?
खिचड़ी में मसाले सीमित होते हैं और इसका स्वाद हल्का होता है, जबकि बिसी बेल्ले भात (Bisi Bele Bhath) मसालेदार, खट्टा-मीठा और तीखा होता है।
Q2. क्या मैं इस रेसिपी में बासमती चावल का इस्तेमाल कर सकता हूँ?
नहीं, पारंपरिक स्वाद के लिए छोटा दाना जैसे सोना मसूरी या कुल्लम चावल ही बेहतर होते हैं।
Q3. क्या बिना इमली के यह रेसिपी बन सकती है?
इमली का खट्टापन इस रेसिपी की खासियत है, लेकिन आप इसके बदले अमचूर पाउडर का प्रयोग कर सकते हैं।
Q4. क्या मसाला पहले से बना कर रखा जा सकता है?
हां, इस रेसिपी का मसाला 2–3 महीने तक फ्रिज में स्टोर किया जा सकता है।
Q5. क्या बिसी बेल्ले भात को बच्चों को भी दिया जा सकता है?
बिलकुल! अगर बच्चों के लिए बना रहे हैं तो मिर्च की मात्रा कम रखें।
Q6. क्या इसे बिना प्याज़-लहसुन के भी बनाया जा सकता है?
जी हां, यह रेसिपी पारंपरिक रूप से बिना प्याज़-लहसुन के ही बनती है।
Q7. इसे किन चीजों के साथ परोसा जाए?
मसालेदार बूंदी, पापड़, चिप्स या एक चम्मच घी के साथ परोसें।
Q8. क्या इसे ताजे नारियल से भी बनाया जा सकता है?
हां, लेकिन सूखे नारियल का स्वाद ज्यादा डीप होता है और इसे स्टोर करना भी आसान होता है।

