पनीर के मोदक (Paneer Modak)
त्योहारों में मिठाइयों का अपना ही अलग महत्व होता है, खासकर जब बात आती है गणेश चतुर्थी की। इस मौके पर तरह-तरह के मोदक बनाए जाते हैं, क्योंकि मोदक भगवान गणेश को सबसे प्रिय माने जाते हैं। पारंपरिक रूप से चावल के आटे के मोदक बनाए जाते हैं, लेकिन अगर आप कुछ नया और स्वादिष्ट ट्राई करना चाहते हैं, तो पनीर के मोदक (Paneer Modak) एक शानदार विकल्प है।
ताज़ा पनीर, नारियल, ड्राई फ्रूट्स और इलायची की खुशबू से बने ये मोदक न सिर्फ खाने में लाजवाब होते हैं बल्कि इन्हें बनाना भी बहुत आसान है। हल्के और मलाईदार टेक्सचर के साथ पनीर के मोदक (Paneer Modak) सभी को पसंद आते हैं। सबसे खास बात यह है कि इसमें मावा या कंडेंस्ड मिल्क की ज़रूरत नहीं पड़ती, और फिर भी यह मोदक रिच और स्वादिष्ट बनते हैं।
अगर आप झटपट बनने वाली मिठाई चाहते हैं, जो हेल्दी भी हो और Festive Recipe का टच भी दे, तो यह रेसिपी आपके लिए परफेक्ट है।
पनीर के मोदक (Paneer Modak) के लिए सामग्री
- 250 ग्राम ताज़ा पनीर
- ½ कप पिसी चीनी
- ¼ कप नारियल कद्दूकस
- 2 टेबलस्पून काजू पाउडर
- 2 टेबलस्पून बादाम कतरन
- ½ टीस्पून इलायची पाउडर
- गार्निश के लिए पिस्ता और बादाम
पनीर के मोदक (Paneer Modak) बनाने की विधि
सबसे पहले ताज़ा पनीर को अच्छे से मसलकर या पीसकर एकदम स्मूद कर लें। ध्यान रखें कि पनीर में कोई दाने या मोटे टुकड़े न रहें, वरना मोदक का texture कच्चा लगेगा। पनीर जितना स्मूद होगा, मोदक उतने ही मलाईदार बनेंगे।
अब इस पनीर में पिसी हुई चीनी मिलाएँ और अच्छे से mix कर लें। चीनी डालते ही पनीर थोड़ा नमी छोड़ता है, इसलिए इसे तुरंत नॉन-स्टिक पैन या कढ़ाई में डाल दें। आंच धीमी रखें और मिश्रण को लगातार चलाते रहें। धीरे-धीरे चीनी पिघलकर पनीर में अच्छे से घुल जाएगी और mixture गाढ़ा होने लगेगा।
जब mixture थोड़ा गाढ़ा हो जाए तो उसमें नारियल का बुरादा डालें। यह मोदक में हल्की मिठास और texture लाता है। इसके बाद काजू पाउडर और बादाम की कतरन मिलाएँ। ये ड्राई फ्रूट्स मोदक को और भी rich और स्वादिष्ट बना देंगे। अब इलायची पाउडर डालें ताकि मोदक में मनमोहक खुशबू आ सके।
मिश्रण को धीमी आंच पर चलाते हुए तब तक पकाएँ जब तक वह कढ़ाई न छोड़ने लगे और हाथ लगाने पर sticky न लगे। इसका मतलब है कि अब mixture मोदक बनाने के लिए तैयार है। इस stage पर आंच बंद कर दें और मिश्रण को पूरी तरह ठंडा होने दें।
अब मोदक का साँचा लें और उसे हल्का सा घी से ग्रीस कर लें। सांचे के अंदर थोड़ी जगह पर पिस्ता या बादाम की स्लाइस रखें। ठंडा हुआ मिश्रण लेकर सांचे में भरें और धीरे-धीरे shape दें। जब मोदक तैयार हो जाएँ तो उन्हें प्लेट में निकालकर सजाएँ।
सभी पनीर के मोदक (Paneer Modak) इसी तरह तैयार करें। अगर आपके पास साँचा न हो तो हाथ से भी छोटे-छोटे गोले बनाकर ऊपर से हल्का design दे सकते हैं। अंत में इन्हें सुंदर प्लेट में सजाएँ और ऊपर से थोड़े ड्राई फ्रूट्स छिड़क दें।
पनीर के मोदक (Paneer Modak) बनाने के लिए टिप्स
- हमेशा ताज़ा और नरम पनीर का ही इस्तेमाल करें, इससे मोदक का टेक्सचर मुलायम रहेगा।
- पनीर और चीनी का मिश्रण पकाते समय आंच को धीमा रखें, वरना मिश्रण जल सकता है।
- यदि आपको अधिक मीठा पसंद है तो चीनी की मात्रा थोड़ा बढ़ा सकते हैं।
- मोदक सांचे को हल्का-सा घी से ग्रीस कर लें, इससे मोदक आसानी से निकल जाएंगे।
- गार्निशिंग के लिए पिस्ता, बादाम या चांदी का वर्क इस्तेमाल कर सकते हैं, इससे मोदक और आकर्षक लगेंगे।
- यदि मिश्रण अधिक सख्त हो जाए, तो उसमें थोड़ा-सा दूध मिलाकर नरम कर सकते हैं।
निष्कर्ष:
त्योहार का असली मज़ा तभी है जब घर में बनी मिठाई से खुशबू फैले। ऐसे में पनीर के मोदक (Paneer Modak) एक बेहतरीन Festive Recipe है, जो पारंपरिक स्वाद के साथ-साथ मॉडर्न टच भी देता है। इसे आप न सिर्फ गणेश चतुर्थी बल्कि किसी भी खास मौके पर बना सकते हैं। झटपट बनने वाले और हेल्दी ड्राई फ्रूट्स से भरपूर ये मोदक हर किसी के दिल को जीत लेंगे।
FAQs: पनीर के मोदक (Paneer Modak) से जुड़े सवाल
Q1. महाराष्ट्र में मूल रूप से किस प्रकार के मोदक का भोग लगाया जाता है?
महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी के दौरान भगवान गणेश को पारंपरिक रूप से उकडीचे मोदक (चावल के आटे से बने स्टीम्ड मोदक) का भोग लगाया जाता है। इन मोदकों की खासियत है कि इनमें अंदर मीठा नारियल और गुड़ का भरावन होता है और बाहर चावल के आटे की नरम परत। जब ये गरमागरम स्टीम होकर तैयार होते हैं तो इनकी खुशबू और स्वाद दोनों ही दिव्यता का अहसास कराते हैं। यही वजह है कि महाराष्ट्र की गणेश पूजा में उकडीचे मोदक का विशेष महत्व है।
Q2. बाजार में मिलने वाला पनीर और घर का बना पनीर – दोनों से मोदक का स्वाद अलग क्यों लगता है?
बाज़ार वाले पनीर में कभी-कभी दूध की क्वालिटी या उसमें मौजूद preservatives स्वाद बदल देते हैं। घर का ताज़ा पनीर हमेशा ज़्यादा मलाईदार और फ्रेश मोदक देता है।
Q3. पनीर का mixture कभी-कभी सूखा और खुरदुरा क्यों लगने लगता है?
ऐसा तब होता है जब पनीर पुराना हो या mixture ज़्यादा देर पकाया गया हो। ताज़ा पनीर और धीमी आंच पर पकाने से mixture हमेशा मुलायम रहेगा।
Q4. क्या मोदक बिना सांचे के बनाए जा सकते हैं?
हाँ, आप हाथों से भी छोटे-छोटे गोले बनाकर ऊपर से हल्का-सा डिजाइन दे सकती हैं।
Q5. अगर पनीर थोड़ा खट्टा हो गया हो तो क्या उससे मोदक बना सकते हैं?
खट्टा पनीर मोदक का स्वाद बिगाड़ देगा। इसलिए हमेशा ताज़ा पनीर ही लें, वरना मोदक में sour taste आ जाएगा।
Q6. मोदक ठंडा होने पर ऊपर से पसीने जैसा पानी क्यों छोड़ देते हैं?
यह तब होता है जब mixture में नमी ज़्यादा हो। ऐसे में पनीर को इस्तेमाल से पहले अच्छे से दबाकर सारा पानी निकालना ज़रूरी है।
Q7. फ्रिज में रखने के बाद मोदक सख़्त क्यों हो जाते हैं?
ठंड में पनीर जम जाता है। पर परेशान न हों—बस उन्हें खाने से 10–15 मिनट पहले बाहर निकालकर रख दें, softness लौट आएगी।
Q8. क्या इन्हें फ्रिज में स्टोर किया जा सकता है?
हाँ, एयरटाइट डिब्बे में रखकर 2–3 दिन तक फ्रिज में सुरक्षित रख सकते हैं।
Q9. कभी-कभी मोदक की सतह पर चीनी के दाने दिखाई क्यों देने लगते हैं?
इसका कारण है कि चीनी सही से घुली नहीं। पिसी हुई बारीक चीनी डालें और थोड़ा ज़्यादा समय तक चलाएँ ताकि mixture स्मूद बने।
यह भी पढ़ें: पान गुलकंद ठंडाई (Paan Gulkand Thandai)

