Lauki Ka Halwa: जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल के लिए बनाएं घी-दूध और मेवों से सजा यह पारंपरिक मिठास भरा प्रसाद

Lauki Ka Halwa

लौकी का हलवा (Lauki Ka Halwa)

 

भारतीय मिठाइयों की दुनिया में कुछ डेज़र्ट ऐसे होते हैं जो सिर्फ खाने के लिए नहीं, बल्कि यादों और रिश्तों को ताज़ा करने के लिए बनाए जाते हैं। लौकी का हलवा (Lauki Ka Halwa) उन्हीं में से एक है। बचपन में जब त्योहार आता था, तो रसोई से घी, दूध और इलायची की खुशबू मिलते ही पता चल जाता था कि घर में मीठा पक रहा है। यह सिर्फ एक डिश नहीं, बल्कि एक एहसास है – जिसमें मां के हाथों का स्वाद, दादी की कहानियां और परिवार की हंसी शामिल होती है।

त्योहारों के मौसम में जब घर मेहमानों से भर जाता है, तब एक गरमागरम, मेवों से सजा हुआ लौकी का हलवा टेबल पर आते ही सबकी नजरें उसी पर टिक जाती हैं। इसका हर एक चम्मच आपको मिठास, खुशबू और नरम-मुलायम टेक्सचर का ऐसा मेल देता है कि खाने वाला हर बार ‘एक कटोरी और’ जरूर कह देता है।

सबसे खास बात यह है कि यह festive recipe हेल्दी और हल्की भी है, क्योंकि इसमें लौकी का पोषण और दूध का कैल्शियम मिलता है। यही वजह है कि व्रत, उपवास और खास मौकों पर इसे बड़े चाव से खाया जाता है। इसमें घी की रिचनेस, दूध की मलाई और मेवों की क्रंच मिलकर ऐसा जादू करते हैं कि चाहे आप इसे पहली बार बना रहे हों या सौवीं बार, इसका स्वाद हर बार दिल जीत लेगा।

अगर आप इस त्योहार कुछ ऐसा बनाना चाहते हैं जो परंपरा का स्वाद भी दे और सेहत का ख्याल भी रखे, तो लौकी का हलवा (Lauki Ka Halwa) आपके किचन का स्टार बन सकता है। 

 

लौकी का हलवा (Lauki Ka Halwa) के लिए सामग्री

  • ताज़ी लौकी (bottle gourd) – 1 किलो
  • घी (ghee) – 4 बड़े चम्मच
  • फुल क्रीम दूध – 1 लीटर
  • चीनी– 200 ग्राम (स्वाद अनुसार)
  • इलायची पाउडर – ½ छोटा चम्मच
  • खोया (mawa) – 150 ग्राम (optional, क्रीमी टेक्सचर के लिए)
  • काजू, बादाम, पिस्ता – कटे हुए, सजावट के लिए
  • केसर के धागे – 8-10 (optional, रंग और सुगंध के लिए)

 

लौकी का हलवा (Lauki Ka Halwa) बनाने की विधि

सबसे पहले लौकी का हलवा बनाने के लिए ताज़ी लौकी लें, उसे छील लें और बीज निकाल दें। इसके तुरंत बाद इसे कद्दूकस करें ताकि ऑक्सीकरण से इसका रंग काला न पड़े। एक भारी तले की कढ़ाई या पैन में घी गरम करें और उसमें कद्दूकस की हुई लौकी डाल दें। इसे धीमी-मध्यम आंच पर तब तक भूनें जब तक इसकी नमी कम न हो जाए और वॉल्यूम घट न जाए।

अब इसमें दूध डालें और इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाएं। इस मिश्रण को उबलने दें, फिर धीमी आंच पर 10 मिनट तक पकाएं ताकि लौकी दूध को अच्छी तरह सोख ले। अगर आप और रिच फ्लेवर चाहते हैं तो इस स्टेज पर खोया  डालें और अच्छी तरह मिलाएं। इससे हलवे में गाढ़ापन और मलाईदार स्वाद आएगा।

अंत में चीनी डालें, मिलाएं और तब तक पकाएं जब तक हलवा गाढ़ा न हो जाए। गैस बंद करने से पहले ऊपर से कटे हुए काजू, बादाम और पिस्ता डालें। गरमागरम लौकी का हलवा (Lauki Ka Halwa) परोसें और चाहें तो ऊपर से थोड़ा और मेवा या केसर से सजाएं।

Credit: Kunal Kapur

 

लौकी का हलवा (Lauki Ka Halwa) के लिए टिप्स

  1. लौकी को कद्दूकस करने के तुरंत बाद पकाना शुरू करें, वरना रंग बदल सकता है।
  2. ज्यादा स्वाद के लिए घी थोड़ा अतिरिक्त डाल सकते हैं।
  3. चीनी हमेशा अंत में डालें, ताकि लौकी अच्छी तरह दूध में पक जाए।
  4. अगर खोया डाल रहे हैं तो दूध की मात्रा थोड़ी कम कर दें।
  5. हेल्दी वर्जन के लिए चीनी की जगह गुड़ या शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  6. ड्राई फ्रूट्स को पहले हल्का सा घी में भून लें, इससे स्वाद बढ़ेगा।
  7. त्योहारों में इसे थोड़ा गाढ़ा बनाएं ताकि सर्व करते समय प्लेटिंग सुंदर लगे।


निष्कर्ष

लौकी का हलवा (Lauki Ka Halwa) सिर्फ एक मिठाई नहीं, बल्कि एक पारंपरिक भारतीय अनुभव है। दूध, घी, मेवे और लौकी का यह संगम न सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिए भी अच्छा है। खासकर त्योहारों पर, जब परिवार एक साथ बैठकर मीठा खाता है, तब इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है। अगर आप festive recipe में कुछ नया और हेल्दी ट्राई करना चाहते हैं तो यह डेज़र्ट ज़रूर बनाएं।

 

FAQs – लौकी का हलवा (Lauki Ka Halwa) से जुड़े सवाल

 

Q1. क्या लौकी का हलवा पहले से बनाकर रखा जा सकता है?

हां, इसे 2–3 दिन फ्रिज में स्टोर किया जा सकता है।

 

Q2. क्या लौकी का हलवा बिना दूध के बन सकता है?

हां, दूध की जगह सिर्फ खोया भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

Q3. अगर लौकी कड़वी हो तो क्या करें?

अगर लौकी कड़वी है तो उसे बिल्कुल इस्तेमाल न करें, क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। हमेशा लौकी का एक टुकड़ा काटकर पहले चख लें।

 

Q4. क्या लौकी का हलवा शुगर-फ्री बनाया जा सकता है?

हां, डायबिटिक फ्रेंडली वर्जन के लिए शुगर-फ्री स्वीटनर का इस्तेमाल करें।

 

Q5. हलवे में चीनी डालने के बाद वह ढीला क्यों हो जाता है?

चीनी डालते ही नमी छोड़ती है, जिससे हलवा पतला हो जाता है। इसलिए हमेशा हलवा गाढ़ा होने के बाद ही चीनी डालें।

 

Q6. अगर दूध फट जाए तो क्या हलवा खराब हो जाएगा?

हां, दूध फटने से टेक्सचर खराब हो सकता है। इस स्थिति में आप फटा दूध हटाकर नया दूध डालें और दोबारा पकाएं।

 

Q7. क्या लौकी का हलवा फ्रीज़ किया जा सकता है?

हां, एयरटाइट कंटेनर में फ्रीज़ कर सकते हैं, लेकिन दोबारा गरम करते समय थोड़ा दूध डालें।

 

Q8. हलवा चिपकने या जलने से कैसे बचाएं?

भारी तले की कढ़ाई का इस्तेमाल करें और हलवे को लगातार चलाते रहें।

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