Boondi: बाजार जैसी करारी और रसदार चाहिए? जानिए ये 5 लाजवाब सीक्रेट्स

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बूंदी (Boondi) रेसिपी

अगर आपको लगता है कि बाजार जैसी बूंदी (Boondi) घर पर बनाना मुश्किल है, तो यह भ्रम अब दूर हो जाएगा। सही तकनीक, सही सामग्री और थोड़ी सी समझदारी से आप भी बना सकते हैं एकदम गोल, रसीली और परफेक्ट बूंदी (Boondi) – जो न सिर्फ दिखने में सुंदर हो, बल्कि खाने में भी बेहद स्वादिष्ट लगे।

अक्सर लोग सोचते हैं कि बूंदी फैली हुई क्यों बनती है, कुरकुरी क्यों नहीं होती, या चाशनी में डालने पर क्यों सॉफ्ट नहीं रहती – ये सभी समस्याएं होती हैं गलत बैटर, झारे की ऊँचाई, तेल के तापमान और चाशनी की consistency की वजह से। इस लेख में हम इन सभी पहलुओं को विस्तार से समझाएंगे। चलिए शुरू करते हैं घर पर रसीली और गोल बूंदी (Boondi) बनाने की पूरी विधि, वह भी बाजार जैसी क्वालिटी के साथ।


बूंदी (Boondi) के लिए सामग्री

  • 1 कप बेसन (छना हुआ)
  • 3/4 कप पानी (बैटर के लिए)
  • 2 टेबलस्पून गरम तेल (बैटर में डालने के लिए)
  • तलने के लिए तेल
  • चाशनी के लिए:
  • 1 कप चीनी
  • 1/2 कप पानी
  • 2-3 इलायची (वैकल्पिक)
  • केसर या खाने का रंग (पसंद अनुसार)
  • 1 छोटा चम्मच गुलाब जल या केवड़ा जल (इच्छा अनुसार)

 

बूंदी (Boondi) बनाने की विधि

सबसे पहले एक बाउल में बेसन लें और उसमें धीरे-धीरे पानी डालते हुए मिक्स करें। ध्यान रखें कि बैटर में गांठें न रहें। बैटर को न ज़्यादा पतला बनाएं और न बहुत गाढ़ा – इसका बहाव झारे से सही आना चाहिए। अब इसमें गरम तेल मिलाएं, जिससे बूंदी क्रिस्पी और गोल बने।

कड़ाही में तेल गरम करें। जब एक बूँद बैटर गिराने पर वह तुरंत ऊपर आ जाए और गोल शेप ले ले, तब समझिए तेल सही तापमान पर है। अगर बूंदी फैले या चपटी हो जाए, तो तेल ठंडा है या बैटर पतला।

अब झारे को कड़ाही के ऊपर थोड़ी ऊँचाई पर रखें और उसमें बैटर डालें। बैटर को अपने आप गिरने दें – झारे को न हिलाएँ और न ही चम्मच से दबाएँ। जब बूंदी सुनहरी हो जाए, तब उसे निकाल लें और पेपर पर फैला दें।

दूसरी ओर एक पैन में 1 कप चीनी और 1/2 कप पानी डालें। इसे मध्यम आंच पर पकाएँ। जब उबाल आ जाए, तो सिर्फ 1 मिनट तक पकाएँ ताकि चाशनी हल्की चिपचिपी हो जाए लेकिन तार न बने। इसमें इलायची, केसर और गुलाब जल मिला सकते हैं। गरम  बूंदी (Boondi) को तुरंत चाशनी में डालें और 3-4 मिनट तक रहने दें ताकि वह चाशनी सोख ले। फिर चम्मच से निकालें और परोसें।

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बूंदी (Boondi) के लिए टिप्स

  1. बैटर की स्थिरता परफेक्ट होनी चाहिए – बहुत पतला या गाढ़ा बैटर बूंदी की शेप बिगाड़ सकता है।
  2. गरम तेल का इस्तेमाल करें – ठंडा तेल बूंदी को फैला देगा।
  3. झारे की ऊँचाई संतुलित रखें – ज़्यादा ऊँचाई से बूंदी बड़ी बन सकती है।
  4. झारे को न हिलाएँ – बूंदी की शेप बिगड़ सकती है।
  5. बैटर में गरम तेल जरूर डालें – यह बूंदी को कुरकुरा बनाता है।
  6. चाशनी को ज़्यादा गाढ़ा न करें – नहीं तो बूंदी उसमें सॉफ्ट नहीं रहेगी।
  7. गरम बूंदी को ही गरम चाशनी में डालें – ताकि वह चाशनी अच्छे से सोख सके।

 

निष्कर्ष

घर पर परफेक्ट बूंदी (Boondi) बनाना जितना दिखने में कठिन लगता है, उतना है नहीं – अगर आप कुछ बेसिक पॉइंट्स का ध्यान रखें। सही बैटर, सही तापमान, और सटीक चाशनी – ये तीनों मिलकर तैयार करते हैं स्वादिष्ट और रसीली बूंदी जो किसी भी मिठाई की शान बढ़ा सकती है। चाहे आप इसे ऐसे ही खाएं, या लड्डू बनाएँ – हर रूप में इसका स्वाद लाजवाब होगा।

 

FAQs – बूंदी (Boondi) से जुड़े सवाल

 

Q1. बूंदी (Boondi) क्यों फैल जाती है?

अगर बैटर पतला हो या तेल पर्याप्त गरम न हो, तो बूंदी फैलने लगती है।

 

Q2. बूंदी (Boondi) कुरकुरी क्यों नहीं बनती?

बैटर में गरम तेल न मिलाने या कम फ्राई करने से बूंदी कुरकुरी नहीं बनती।

 

Q3. क्या बूंदी (Boondi) को एयरटाइट डिब्बे में स्टोर किया जा सकता है?

हाँ, बिना चाशनी वाली बूंदी को एयरटाइट डिब्बे में 10-12 दिन तक स्टोर किया जा सकता है।

 

Q4. बूंदी (Boondi) बनाने के लिए कौन सा बेसन बेहतर है?

मोटा छना हुआ ताज़ा बेसन सबसे अच्छा रहता है, इससे गोल बूंदी बनती है।

 

Q5. चाशनी में तार क्यों नहीं बनाना चाहिए?

अगर चाशनी गाढ़ी हो गई तो बूंदी उसमें ठीक से नहीं भीगती, और सख्त रह जाती है।

 

Q6. बूंदी (Boondi) को तलते समय फट क्यों जाती है?

अगर बैटर में ज़्यादा पानी हो या बेसन ठीक से नहीं मिला हो, तो यह समस्या आती है।

 

Q7. झारा न हो तो क्या करें?

अगर झारा नहीं है तो बड़े छेद वाली चलनी का इस्तेमाल किया जा सकता है।

 

Q8. बूंदी (Boondi) को रंगीन कैसे बनाएं?

बैटर में खाने का रंग (ऑरेंज या येलो) मिला सकते हैं, या चाशनी में केसर डाल सकते हैं।

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