
गुलाब-गोंद-शरबत (Gulab Gond Sharbat)
गर्मियों की तपती दोपहर हो या उमस भरी रातें—ऐसे मौसम में शरीर ही नहीं, मन भी एक ठंडी राहत चाहता है। हम अक्सर कुछ ऐसा ढूंढते हैं जो न सिर्फ गला तर करे, बल्कि भीतर तक ठंडक पहुंचाए और साथ ही सेहत का भी ख्याल रखे। इसी जरूरत और परंपरा के मेल से जन्म लेता है एक बेहद खास और सुकूनदायक पेय—गुलाब-गोंद-शरबत (Gulab Gond Sharbat)।
यह कोई आम शरबत नहीं, बल्कि हमारी दादी-नानी के घरेलू नुस्खों से निकला एक ऐसा पेय है जो पीने में जितना स्वादिष्ट है, असर में उतना ही असरदार। गुलाब की खुशबू, भुने हुए गोंद की ठंडी तासीर और सब्जा बीज का शीतल प्रभाव—ये सब मिलकर बनाते हैं एक ऐसा मिश्रण जो गर्मी में शरीर को ठंडा रखता है, त्वचा को निखारता है और नींद को भी गहरा बनाता है।
गुलाब-गोंद-शरबत (Gulab Gond Sharbat) न सिर्फ गर्मी से राहत देता है बल्कि दिनभर की थकान को भी मिटा देता है। चाहे ऑफिस से थककर लौटे हों या बच्चों को स्कूल से आने के बाद कुछ ठंडा और हेल्दी देना हो, यह शरबत हर मौके के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसे बनाना बेहद आसान है और इसमें कोई कृत्रिम चीज नहीं डालनी पड़ती।
अगर आप अपनी रोज़मर्रा की लाइफस्टाइल में एक ऐसा हेल्दी ड्रिंक शामिल करना चाहते हैं जो शरीर के साथ-साथ मन को भी सुकून दे, तो गुलाब-गोंद-शरबत (Gulab Gond Sharbat) को ज़रूर आज़माइए। यह न केवल गर्मी का जवाब है, बल्कि एक सादा, घरेलू और असरदार उपाय भी है सेहत को बेहतर बनाने का।
गुलाब-गोंद-शरबत (Gulab Gond Sharbat) की सामग्री (1 गिलास के लिए):
- 1 बड़ा चम्मच गुलाब सिरप (Roohafza)
- 1 टीस्पून भुना हुआ गोंद (गोंद कतीरा), 2 घंटे पहले भिगोया हुआ
- 1 टीस्पून सब्जा बीज, 1-2 घंटे पहले पानी में भिगोया हुआ (ऐच्छिक)
- 1 गिलास ठंडा पानी
- बर्फ के टुकड़े (वैकल्पिक)
गुलाब-गोंद-शरबत (Gulab Gond Sharbat) बनाने की विधि:
सबसे पहले गोंद कतीरा और सब्जा बीज को अलग-अलग कटोरियों में साफ़ पानी में डालें। इन्हें कम से कम 1 से 2 घंटे तक भिगोकर रखें ताकि ये पूरी तरह फूल जाएं। गोंद कतीरा भिगोने पर पारदर्शी, जैली जैसा हो जाता है और यह ठंडक के लिए बहुत फायदेमंद होता है। सब्जा बीज भी फूलकर छोटे-छोटे मोतियों की तरह दिखने लगते हैं, जो देखने में भी सुंदर लगते हैं और पाचन में मदद करते हैं।
अब एक बड़ा और साफ़ गिलास लें। उसमें सबसे पहले 1 बड़ा चम्मच गुलाब सिरप डालें। फिर उस गिलास में एक गिलास ठंडा पानी डालें – चाहें तो फ्रिज का पानी ले सकते हैं, लेकिन बहुत ठंडा न हो।
अब उसमें पहले से भिगोया और फूल चुका गोंद डालें। अब एक चम्मच लें और पूरे मिश्रण को धीरे-धीरे अच्छी तरह मिक्स करें ताकि सिरप, गोंद और सब्जा आपस में अच्छी तरह घुल जाएं और फ्लेवर एकसार हो जाए।
अगर आप ठंडा पसंद करते हैं, तो ऊपर से 3–4 बर्फ के टुकड़े भी डाल सकते हैं। लेकिन यदि बच्चों या बुजुर्गों के लिए बना रहे हैं, तो बिना बर्फ के ही सर्व करें। गुलाब-गोंद-शरबत (Gulab Gond Sharbat) बनकर तैयार है। इसे बनाते ही तुरंत परोसें ताकि गोंद और सब्जा की ताजगी बनी रहे और उसका असर पूरी तरह मिले।
गुलाब-गोंद-शरबत (Gulab Gond Sharbat) पीने के फायदे:
- शरीर को भीतरी ठंडक देता है।
- पाचन तंत्र को शांत करता है।
- बेहतर नींद लाने में सहायक होता है।
- त्वचा को हाइड्रेट और चमकदार बनाता है।
- गर्मी में डीहाइड्रेशन से बचाता है।
- बच्चों और बड़ों, दोनों के लिए सुरक्षित है।
गुलाब-गोंद-शरबत (Gulab Gond Sharbat) से जुड़ी खास टिप्स:
- रात को खाने के 30 मिनट बाद इसे पीना नींद को बेहतर बनाता है।
- बहुत ठंडा शरबत न पिएं – हल्का ठंडा पानी या फ्रिज का पानी ही प्रयोग करें।
- गोंद और सब्जा बीज को समय से पहले कम से कम 1-2 घंटे तक भिगोना जरूरी है ताकि वे पूरी तरह से फूल जाएं।
- बच्चों को कम मात्रा में दें और बिना बर्फ के ही पिलाएं।
निष्कर्ष:
गुलाब-गोंद-शरबत (Gulab Gond Sharbat) न सिर्फ एक स्वादिष्ट पारंपरिक पेय है, बल्कि शरीर के लिए एक शीतल औषधि की तरह भी काम करता है। गर्मियों में यह शरबत आपके शरीर को ठंडक देता है, त्वचा की देखभाल करता है और नींद की गुणवत्ता को भी सुधारता है। इसकी आसान विधि और स्वास्थ्यवर्धक गुणों के कारण यह आपके नियमित पेय में शामिल किया जा सकता है। अगर आप कुछ ठंडा, हेल्दी और असरदार पीना चाहते हैं, तो गुलाब-गोंद-शरबत (Gulab Gond Sharbat) आपके लिए बिल्कुल सही विकल्प है।
गुलाब-गोंद-शरबत (Gulab Gond Sharbat) – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):
Q1. क्या गुलाब-गोंद-शरबत (Gulab Gond Sharbat) रोज़ पिया जा सकता है?
हाँ, लेकिन संतुलित मात्रा में। दिन में एक गिलास पर्याप्त होता है।
Q2. क्या गर्भवती महिलाएं यह गुलाब-गोंद-शरबत (Gulab Gond Sharbat) पी सकती हैं?
अगर कोई एलर्जी न हो तो सीमित मात्रा में पी सकती हैं, लेकिन डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर रहेगा।
Q3. क्या सब्जा बीज ज़रूरी है इस शरबत में?
नहीं, यह ऐच्छिक है। बिना इसके भी गुलाब-गोंद-शरबत (Gulab Gond Sharbat) प्रभावशाली और स्वादिष्ट रहता है।
Q4. बच्चों को कितनी मात्रा में देना चाहिए?
आधा गिलास या उससे कम और बिना बर्फ के देना उचित रहेगा।
Q5. क्या इसे गर्मी में दिन में भी पी सकते हैं?
हाँ, लेकिन एक बार से ज्यादा न लें। दिन में या रात को खाना खाने के बाद पीना फायदेमंद रहता है।
Q6. गोंद कतीरा को कैसे भिगोना चाहिए?
एक टीस्पून गोंद को कम से कम 1-2 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रखें, वह पूरी तरह से फूल जाएगा।
Q7. क्या इसे फ्रीज में स्टोर किया जा सकता है?
नहीं, इसे ताज़ा बनाकर तुरंत पीना सबसे बेहतर होता है।
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